एक्टिव इनकम और पैसिव इनकम क्या होता है? What are Active Income and Passive Income in Hindi?

व्यक्तिगत रूप से पैसे कमाने के क्षेत्र में, अक्सर दो महत्वपूर्ण अवधारणाएँ मुख्य भूमिका निभाती हैं: Active Income और Passive Income ये शब्द व्यक्तियों द्वारा उत्पन्न दो विभिन्न आय के स्रोतों को प्रतिनिधित्व करते हैं, प्रत्येक के अपने ख़ास फीचर और परिणाम होते है। Active Income जिसे हिंदी में सक्रिय आय कहते है और Passive Income जिसे हिंदी में निष्क्रिय आय कहते है

इस ब्लॉग पोस्ट में  हम Active Income और Passive Income की परिभाषाएँ, अंतर और संभावित लाभों के बारे में डिटेल्स में समझेंगे।

सक्रिय आय (Active Income)

Earning with active

एक्टिव इनकम वह है जो सक्रिय (Active) होकर अपना समय, ऊर्जा और स्किल लगाकर काम किये जाने पर ही मिलती है। Employees और Self-Employees की इनकम भी एक्टिव इनकम के दायरे में आती है।

उदाहरण: नौकरी, व्यापार, या फ्रीलांसिंग के माध्यम से कमाई, जिसमें व्यक्ति अपने समय और क्षमताओं का उपयोग करके नियमित रूप से धन कमाता है।

जैसे नौकरी करने वाला एक Employee, जो अपना समय, ऊर्जा और स्किल का प्रतोग करने अपनी कंपनी के मालिक के लिए काम करता है और बदले में पैसे कमाता है। ठीक उसी तरह डॉक्टर, वकील, दुकानदार, आदि ये लोग भी पैसे कमाते है। इस तरह काम करने वाले कोगों की आय जब तक ही आती है जब तक वह काम करते है, काम करना बंद तो आय भी बंद हो जाती है।

सक्रिय आय (Active Income) से हम कितना कमा सकते है?

एक्टिव इनकम से आने वाली कमाई सीमित ही रहेती है और यह निर्भर करता है कि आपके काम की Value एक निश्चित Time में कितनी है और आप एक दिन में कितनी देर तक काम करते है। आइये इसको एक उदाहरण से समझते है।

एक जॉब करने वाले व्यक्ति का उदाहरण लेते है, मान लीजिये एक व्यक्ति के स्किल की वैल्यू 100 रूपये प्रति घंटा है और वह एक दिन में 8 घंटे ही काम कर पता है तो उसकी एक दिन में कितनी इनकम होती है इसको एक फोर्मुले से समझते है।

( व्यक्ति के स्किल की एक घंटे की वैल्यू ) x ( काम करने में लगा समय ) = ( एक्टिव इनकम )

100 x 8 = Rs. 800

इसका मतलब वह व्यक्ति एक दिन में 8 घंटे काम करता है। और उसके एक घंटे के काम की Value 100 रुपये है तो उसको एक दिन में काम करने के 800 रुपये मिल जाते है। अब इस फार्मूले से आप अपनी आने वाली एक्टिव इनकम निकाल सकते है।

लेकिन एक्टिव इनकम में यह तो तय है की आप 24 घंटों में से एक Limited Time और Limited Age तक ही काम कर पाएंगे, उसके बाद काम करना बंद कर देंगे।

निष्क्रिय आय (Passive Income)

Earning with inactive

पैसिव इनकम वह होती है जो व्यक्ति अपने समय और मेहनत के बाद भी, उसके द्वारा बनाए गए स्रोतों से नियमित रूप से कमाई करता है। इसमें व्यक्ति को लगभग निर्धारित पर्याप्त प्रयास लगाना होता है। इसमें आपके काम न करने पर भी इनकम लगातार आती रहेती है।

उदाहरण: रियल एस्टेट में मिलने वाला किराया, कंटेंट क्रिएटर, इन्वेस्टर, बुक रॉयल्टी, ऑनलाइन कोर्सेस, नेटवर्क मार्केटिंग और एफिलिएट मार्केटिंग जैसी स्थितियां जिनमें व्यक्ति पहले काम करके अपना कोई एसेट्स या बिज़नस मॉडल बना लेता है और फिर उस असेट्स या बिज़नस मॉडल से बार बार इनकम आती रहेती है। जैसे एक Businessmen की कंपनी या फैक्ट्री, क्योकि इसमें बहुत सारे लोगो की टीम काम कर रही होती है और मालिक खली बेठे ही पैसिव इनकम कमाता है।

जैसे एक Businessmen अपनी कंपनी या फैक्ट्री में टीम बनाने के बाद उनसे काम करवाकर पैसे कमाता है चाहे वह Businessmen काम करे या न करे पर उसकी Team उसके लिए काम कर रही होती है और एक Investor भी अपना पैसा Market में Invest करता है तो वह व्याज के रूप में बिना सक्रिय (Active) हुए पैसिव इनकम कमा लेता है।

निष्क्रिय आय (Passive Income) से हम कितना कमा सकते है?

पैसिव इनकम से आने वाली कमाई असीमित होती है क्योंकि इसमें समय सीमा को बढाया जा सकता है वैसे तो एक दिन में 24 घंटे होते है पर इस तरह की इनकम कमाने के लिए समय को 24 घंटे में ही ज्यादा लोग काम पर लगाकर समय को बढाया जा सकता है।

सक्रिय आय (Active Income) और निष्क्रिय आय (Passive Income) में अंतर

सक्रिय आय: इसमें व्यक्ति को नियमित रूप से काम करना पड़ता है ताकि वह धन कमा सके। इस प्रकार की कमाई में व्यक्ति की सक्रिय भूमिका होती है।

निष्क्रिय आय: इसमें व्यक्ति का काम लगभग एक बार होता है, लेकिन उसके बाद कमाई आती रहती है। व्यक्ति को नियमित रूप से काम नहीं करना पड़ता, और इसमें कमाई का स्थायी स्रोत बनता है।

पैसिव इनकम कमाने के तरीके

जिसे देखो आज कल हर कोई पैसिव इनकम कमाने के तरीके खोजता रहेता है क्योंकि अब हर व्यक्ति यह जानता है कि अगर हमने पैसिव इनकम कमाना स्टार्ट नहीं किया तो जब हम काम करने योग्य नहीं रहेगे तो हमारी इनकम कैसे आएगी। यहाँ कुछ पैसिव इनकम कमाने के तरीके हैं:

Content Creator (सामग्री निर्माता)

कंटेंट क्रिएटर बनकर आप विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म्स पर अपनी जानकारी, कला, और मनोबल साझा करके पैसे कमा सकते हैं। जैसे YouTube, Blogging, Facebook, Instagram, Quora, Online Courses etc.

Business Model बनाकर

कोई ऐसा बिज़नस मॉडल बनाकर भी पैसे कमा सकते है जिसमे कस्टमर को सर्विस प्रोवाइडर से कनेक्ट किया जा सके ऐसे करने से आप दोनों साइड से कमीशन प्राप्त कर सकते है।

Rent से आने वाली इनकम

अगर आपके पास कोई सम्पति है जिसे आप नहीं इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप इसे किराए पर दे सकते हैं। जैसे: प्रॉपर्टी, व्हीकल, ज्वेलरी, कपड़े आदि से हम Passive Income कमा सकते हैं।

Investment (निवेश)

अगर आपके पास आर्थिक जागरूकता है और आप निवेश करने के लिए सही जानकारी रखते हैं, तो आप स्टॉक मार्केट में निवेश करके पैसिव इनकम कमा सकते हैं।

Online Selling

यदि आपके पास डिजिटल या फिजिकल प्रोडक्ट्स है तो आप उन्हें ऑनलाइन सेल करके पैसे कम सकते है। जैसे: फोटो, वीडियोप्रोडक्ट, सर्विसेज आदि से हम पैसिव इनकम कमा सकते हैं।

Affiliate Marketing

यदि आपको सोशल मीडिया पर मार्केटिंग करनी आती है तो आप Affiliate Marketing से पैसे कमा सकते है। जैसे: ऑनलाइन मार्केट प्लेस पर दूसरों के प्रोडक्ट या सर्विसेज सेल करके हम कमिशन से Passive Income कमा सकते है।

Network Marketing

यदि आपके पास बिज़नस स्टार्ट करने के लिए पैसे नहीं है, टाइम कम है, और स्किल भी नहीं है तो सबसे अच्छा आप्शन नेटवर्क मार्केटिंग है क्योंकि इसको बिना पैसे लगाये अपने फ्री टाइम में स्टार्ट किया जा सकता है।

दोस्तों पैसिव इनकम के और भी बहुत सारे Examples है। लेकिन इन सभी में या तो इन्वेस्टमेंट (Investment) ज्यादा है या Competition बहुत ज्यादा है।

लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग (Network Marketing) की बात करें तो इसमें न तो कोई कम्पटीशन (Competition) है और न ही इन्वेस्टमेंट (Investment) है अगर आप नेटवर्क मार्केटिंग करते है तो इस बिज़नेस को करने में कोई रिस्क नहीं है बस आपको एक सही कंपनी चुनकर कंपनी के सिस्टम को फॉलो करके काम करना होगा फिर आपको 3 से 6 साल में कामयाबी मिल जाएगी।

Conclusion

इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने व्यक्तिगत रूप से पैसे कमाने के क्षेत्र में सक्रिय और निष्क्रिय आय की महत्वपूर्ण अवधारणाओं को विशेषज्ञता से समझाया है। सक्रिय आय, जिसे हिंदी में सक्रिय आय कहा जाता है, और निष्क्रिय आय, जिसे हिंदी में निष्क्रिय आय कहा जाता है, दोनों ही अलग-अलग तरीकों से पैसे कमाने के लिए हैं और प्रत्येक के अपने फीचर्स और परिणाम हैं।

सक्रिय आय में व्यक्ति नियमित रूप से काम करके पैसे कमाता है, जबकि निष्क्रिय आय में व्यक्ति अपने बनाए गए स्रोतों से बिना नियमित काम करते हुए पैसे कमाता है। हमने दिखाया कि सक्रिय आय की कमाई सीमित होती है, जबकि निष्क्रिय आय से आने वाली कमाई असीमित हो सकती है और यह व्यक्ति को लंबे समय तक सहारा देने में सक्षम है।

इसके अलावा, हमने पैसिव इनकम कमाने के कुछ तरीकों को भी विवरण से देखा है, जैसे कि कंटेंट निर्माता बनना, बिजनेस मॉडल बनाना, किराए पर देना, निवेश करना, और ऑनलाइन बिक्री करना। इन तरीकों के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन को आर्थिक दृष्टि से समृद्धि की ओर बढ़ा सकता है।

आखिरी रूप में, हमने सक्रिय और निष्क्रिय आय के बीच के अंतर को समझाया और इसे व्यक्तिगत आर्थिक योजना बनाने के लिए सही संतुलन स्थापित करने का महत्व बताया है। इसके माध्यम से हमने यह सिखा है कि सक्रिय एक सीमित समय और निष्क्रिय आय असीमित समय तक आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान कर सकती हैं और व्यक्ति को जीवन की नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने में मदद कर सकती हैं।

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